भारत और न्यूजीलैंड आमने-सामने, दांव पर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें एक-दूसरे से भिड़ने के लिए तैयार हैं। यह मुकाबला दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला जाएगा, लेकिन मैच से पहले कीवी टीम के खेमे में चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। इस चिंता का कारण भारतीय टीम के ‘रहस्यमयी’ स्पिनर वरुण चक्रवर्ती हैं, जिन्होंने ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया था।

न्यूजीलैंड को क्यों सता रहा है वरुण चक्रवर्ती का डर?

वरुण चक्रवर्ती भारतीय वनडे टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद उन्हें वनडे टीम में शामिल किया गया। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पहले उन्हें टीम में जगह नहीं मिली थी, लेकिन यशस्वी जायसवाल की जगह वरुण को टीम में शामिल किया गया।

जब ग्रुप स्टेज में भारत और न्यूजीलैंड का सामना हुआ, तो वरुण ने अपनी फिरकी का ऐसा जादू दिखाया कि कीवी टीम पूरी तरह बिखर गई। उन्होंने 42 रन देकर 5 विकेट झटके और न्यूजीलैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया। यही वजह है कि कीवी टीम अब फाइनल में वरुण चक्रवर्ती को लेकर बेहद सतर्क है और उन्हें रोकने के लिए अलग रणनीति बना रही है।

कोच गैरी स्टीड ने वरुण को बताया सबसे बड़ा खतरा

न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड भी मानते हैं कि उनकी टीम के लिए वरुण चक्रवर्ती सबसे बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा,
“उन्होंने हमारे विरुद्ध पिछले मैच में 42 रन देकर 5 विकेट लिए थे, इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि वह फाइनल में खेलेंगे। वह बहुत अच्छे गेंदबाज हैं और हमारे विरुद्ध उन्होंने अपने कौशल का शानदार नमूना पेश किया था। फाइनल में वह हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा होंगे, इसलिए हमें अपनी रणनीति इस पर केंद्रित करनी होगी कि हम कैसे उन्हें नाकाम कर सकते हैं और उनके खिलाफ रन बना सकते हैं।”

क्या भारत चार स्पिनर्स के साथ उतरेगा?

दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की पिच स्पिनर्स के लिए मददगार साबित हुई है। जिस पिच पर भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला हुआ था, उसी पिच पर फाइनल खेला जाएगा। उस मैच में स्पिनर्स को काफी मदद मिली थी, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय टीम चार स्पिनर्स के साथ मैदान में उतर सकती है।

भारत के पास वरुण चक्रवर्ती के अलावा कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे स्पिन गेंदबाज मौजूद हैं, जो किसी भी टीम की बल्लेबाजी को मुश्किल में डाल सकते हैं। अगर भारत चार स्पिनर्स के साथ उतरता है, तो न्यूजीलैंड के लिए यह मुकाबला और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

न्यूजीलैंड की तैयारी: कैसे निपटेंगे कीवी बल्लेबाज वरुण चक्रवर्ती से?

न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को वरुण चक्रवर्ती को खेलने में दिक्कत हो रही है, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में विविधता है। वह लेग स्पिन, ऑफ स्पिन और कैरम बॉल डाल सकते हैं, जिससे बल्लेबाजों को गेंद पढ़ने में परेशानी होती है। न्यूजीलैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वह वरुण के खिलाफ रन कैसे बनाए।

1. रचिन रवींद्र और केन विलियमसन की भूमिका अहम

न्यूजीलैंड के लिए रचिन रवींद्र और केन विलियमसन का फॉर्म बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। रचिन भारत के खिलाफ पिछले मैच में नहीं चले थे, लेकिन सेमीफाइनल में उन्होंने शतक जड़ा था। इस टूर्नामेंट में वह दो शतक लगा चुके हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।

केन विलियमसन भी भारत के खिलाफ पिछले मुकाबले में 81 रन बना चुके हैं, और उनकी गिनती दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिन खेलने वाले बल्लेबाजों में होती है। कीवी टीम को उम्मीद होगी कि ये दोनों बल्लेबाज वरुण चक्रवर्ती और भारतीय स्पिन अटैक को संभालेंगे।

2. स्वीप और रिवर्स स्वीप का ज्यादा इस्तेमाल

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट का ज्यादा इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे गेंदबाज की लाइन और लेंथ बिगड़ सकती है, जिससे गलत गेंदों पर चौके-छक्के लगाने का मौका मिलेगा।

3. फुटवर्क का सही इस्तेमाल करना होगा

वरुण चक्रवर्ती के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करने के लिए बल्लेबाजों को अपने फुटवर्क पर काम करना होगा। अगर बल्लेबाज क्रीज में खड़े रहकर खेलेंगे, तो उनके आउट होने की संभावना बढ़ जाएगी। उन्हें आगे बढ़कर खेलना होगा ताकि गेंद को ठीक से जज किया जा सके।

क्या भारत को घरेलू परिस्थितियों का मिलेगा फायदा?

न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने कहा कि भारत को दुबई में खेलने का फायदा मिलेगा, क्योंकि उन्होंने इस टूर्नामेंट के सारे मैच यहीं खेले हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम को इस पर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।

“कार्यक्रम तैयार करना हमारे हाथ में नहीं है, इसलिए हमें इसको लेकर बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। भारत ने अपने सभी मैच यहां दुबई में खेले, लेकिन हमें भी यहां एक मैच खेलने का मौका मिला और हम उस अनुभव से सीख लेना चाहेंगे।”

न्यूजीलैंड की थकान बनेगी भारत के लिए फायदेमंद?

न्यूजीलैंड की टीम को ग्रुप-ए का अपना अंतिम मैच खेलने के लिए दुबई आना पड़ा था, फिर सेमीफाइनल के लिए पाकिस्तान जाना पड़ा और अब फाइनल खेलने के लिए फिर दुबई वापस आना पड़ा। इस सफर की वजह से कीवी टीम को थकान महसूस हो रही है।

स्टीड ने भी इस बात को माना और कहा,
“इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम लाहौर में खेल कर यहां आ रहे हैं और हमने गुरुवार का पूरा दिन यात्रा में बिताया। इससे थोड़ी परेशानी महसूस होती है, लेकिन अब मैच के लिए तैयार होने के लिए हमारे पास पर्याप्त समय है।”

क्या न्यूजीलैंड चार स्पिनर्स के साथ उतरेगा?

भारत की चार स्पिनर्स वाली रणनीति को देखते हुए न्यूजीलैंड भी स्पिन आक्रमण को मजबूत कर सकता है। गैरी स्टीड ने कहा कि उनकी टीम में भी चार स्पिनर मौजूद हैं और अगर हालात स्पिनरों के लिए मददगार हुए तो वे भी उसी रणनीति के साथ उतर सकते हैं।

“हमारी टीम संतुलित है, लेकिन चौतरफा स्पिन आक्रमण चुनौतीपूर्ण होगा। उनके पास बेहतरीन स्पिनर हैं। हमें हालात के अनुरूप ढलना होगा और हमारे सभी बल्लेबाज अपनी रणनीति बनाकर भारतीय स्पिनरों के सामने उतरेंगे।”

कौन जीतेगा यह मुकाबला?

फाइनल मुकाबले में भारत की स्पिन तिकड़ी वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा न्यूजीलैंड के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। वहीं, न्यूजीलैंड की उम्मीदें केन विलियमसन और रचिन रवींद्र पर टिकी रहेंगी।

न्यूजीलैंड ने 2000 में भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, लेकिन क्या इस बार टीम इंडिया बदला ले पाएगी? इसका जवाब 9 मार्च को दुबई में मिलेगा, जहां क्रिकेट प्रेमियों को एक रोमांचक फाइनल देखने को मिलेगा!

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